पीएमईजीपी के अंतर्गत 5224 लाभार्थियों को 200 करोड़ रुपये की सब्सिडी का किया वितरण, 180 मशीन और टूल्स किट भी किए वितरित
बीकानेर। केंद्रीय राज्य मंत्री, विधि और न्याय मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल व खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र स्थित खादी मंदिर में ग्राम विकास योजना के अंतर्गत 180 लाभार्थियों को विद्युत चालित चॉक, लेदर टूल्सकिट, टर्नवुड टूल्स किट तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत 5224 लाभार्थियों को लगभग 200 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण किया। पीएमईजीपी की इन नयी इकाइयों से देशभर में जहां 57,464 नये रोजगार का सृजन होगा वहीं राजस्थान में 1254 लोगों को रोजगार मिलेगा।
इस अवसर पर अर्जुन राम मेघवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खादी और ग्रामोद्योग आयोग पिछले 9 वर्षों में नित नयी ऊंचाइयों को छू रहा है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में इसके माध्यम से लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने खादी और ग्रामोद्योग आयोग के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खादी उत्पाद आज ‘ग्लोबल ब्रांड’ बन चुके हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि वो त्योहारों में खादी के स्वदेशी उत्पाद खरीदें ताकि ग्रामीण क्षेत्र में केवीआईसी से जुड़े लाखों कारीगरों को आजीविका के अवसर मिलें। मेघवाल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी कारीगरों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से गांव-गांव तक रोजगार पहुंचाने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग लगातार प्रयत्नशील है। उन्हीं के नेतृत्व में पिछले वित्तवर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जबकि एक वित्त वर्ष में सर्वाधिक 9.54 लाख नये रोजगार सृजन का रिकॉर्ड बना है। उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 2023 को गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित फ्लैगशिप खादी भवन में एक दिन में 1.52 करोड़ रुपये के खादी उत्पादों की बिक्री हुई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश की जनता से गांधी जयंती के दिन खादी का उत्पाद खरीदने की अपील की थी। उनकी अपील के कारण एक दिन में, एक स्टोर पर खादी की बिक्री का नया रिकॉर्ड बना है।
इस अवसर पर आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि बापू महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए ‘आधुनिक भारत के शिल्पकार’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘खादी को अस्त्र और शस्त्र’ की तरह प्रयोग कर पिछले 9 वर्षों में ‘नये भारत की नयी खादी’ के माध्यम से विकसित भारत की मजबूत आधारशिला रखी है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केवीआईसी द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्ततर्गत भारतीय परंपरागत उद्योगों के कामगारों को टूल्स एवं मशीनरी का वितरण किया जा रहा है, जिससे परम्परागत उद्योगों के कामगारों की आय में वृद्वि से उनके जीवन स्तर में व्याापक सुधार हो। अभी तक पूरे देश में कुम्हारों को 25,000 से अधिक विद्युत चालित चॉकों का वितरण किया जा चुका है, जिससे कुम्हारों की आय में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। इस अवसर पर ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत राजस्थान केअलग-अलग हिस्सों से आए 100 कुम्हारों को विद्युत चालित चॉक, लेदर आर्टिजन्स को 40 लेदर टूल्सकिट और लकड़ी का काम करने वाले कारीगरों को 40 टर्नवुड टूल्सकिट का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में पीएमईजीपी के अंतर्गत देशभर के 5224 इकाइयों के लिए 600 करोड़ रुपये के ऋण पर लगभग 200 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण किया गया। इस वितरण से उत्तर जोन, जिसके अंतर्गत राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, लेह-लद्दाख, चंडीगढ़ आते हैं, में 1,757 नयी इकाइयों के माध्यम से 19,327 नये रोजगार का सृजन हुआ है। इन इकाइयों के लिए 166 करोड़ रुपये के ऋण पर 55 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी प्रदान की गई है। केवीआईसी अध्यपक्ष मनोज कुमार ने बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा बेरोजगार युवा एवं युवतियों के स्वररोजागर के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है, जिसमें छोटे उद्योगों की स्थापना के लिए 50 लाख तक की परियोजना लागत पर अधिकतम 35 फिसदी तक का अनुदान भारत सरकार द्वारा दिया जा रहा है। कार्यक्रम में राजस्थान सरकार और केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे।
इस अवसर पर जवाहरलाल पन्नू, जवाहर सेठिया, आलम सिंह नेगी, कैलाश पांडे, सत्य नारायण आचार्य, बृजमोहन इणखिया, ओम प्रकाश कड़ेला, भंवर लाल चंदन, बृजेश पारिक, द्वारिका प्रसाद पंवार, फुसराज गर्ग, बैचन राम गौड, उदाराम जाम, सुरज रतन व्यास, राजेंद्र सिंह नेगी, हजारीमल देवडा, एसएस कुम्बले, वीरेंद्र कुमार, जय प्रकाश सिंह, शिशुपाल सिंह, रविंद्र व्यास, नवरत्न, भगवती प्रसाद पारिक, गिरधारी कुकणा, भोम सिंह चौहान, सुरेंद्र पंवार, गुलाब सिंह, गौरव मिश्रा, मदन चंद स्वामी, एवं कतिन बुनकर आदि उपस्थित थे।