वैश्य व्यापारी महासम्मेलन में व्यापारियों ने दिखाई एकजुटता, बोले- सुरक्षा का सवाल अहम, राजनीति में भी मिलना चाहिए प्रतिनिधित्व

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वैश्य व्यापारी महासम्मेलन में व्यापारियों ने दिखाई एकजुटता, बोले- सुरक्षा का सवाल अहम, राजनीति में भी मिलना चाहिए प्रतिनिधित्व

बीकानेर। अन्तरराष्ट्रीय वैश्य महासभा के तत्वावधान में शनिवार को हंसा गेस्ट हाउस में वैश्य व्यापारी महासम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में पहुंचे व्यापारियों ने एकजुटता दिखाई। साथ ही एक स्वर में मुखर होकर कहा कि अब व्यापारी सुरक्षा को लेकर किसी से समझौता नहीं करेंगे। शासन तक बात पहुंचाने के लिए राजनीति में प्रतिनिधित्व की बात भी उठाई। वक्ताओं ने कहा कि इस बात का मलाल है कि आए दिन व्यापारियों के साथ लूटपाट, छीना-झपट्टी, मारपीट सरीखी वारदातें होती रहती है। महासम्मेलन में शामिल हुए अन्तरराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के अध्यक्ष जुगल राठी ने कहा कि किसी भी व्यापारी भाई के साथ कोई घटना होती है, तो उसको सबसे पहले व्यापारी साथी का ही साथ मिलना चाहिए। ताकि उसे संबंल मिले। इसके बाद वो एकजुट होकर प्रशासन जाए और अपनी बात को रखें तो उसका परिणाम भी आएगा। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्रीगंगानगर से आए पूर्व यूआईटी चेयरमैन और अन्तरराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के संभाग प्रभारी संजय ने कहा कि बीकानेर आने पर यह सुखद अहसास हुआ है कि व्यापारी भाई एकजुटता के साथ अपनी बात रखने के लिए एकत्रित हुए है।

व्यापार मंडल के महामंत्री मनमोहन कल्याणी ने कहा कि वर्तमान में वो समय आ गया है, जब वैश्य व्यापारियों को समय-समय पर इस तरह के आयोजन कर एक मंच पर आना होगा। ताकि हर कोई अपनी बात अपनों के बीच रख सकें। कैदारनाथ अग्रवाल ने कहा कि आज सुरक्षा ही सबसे बड़ा सवाल है। इसी बात पर मंथन करने के लिए आज यहां सभी एकत्रित हुए है। यह व्यापारियों के लिए हर्ष का विषय है।

व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष सुभाष मित्तल ने कहा कि व्यापा का काम व्यापार करना है। ऐसे में उसको सभी तरह की व्यवस्थाएं शासन प्रशासन से मिलनी चाहिए। खासकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए।

समाज सेवी विजय कुमार कोचर ने कहा कि समाजिक एकजुटता तो आज जरूरी हो गई है। फिर वैश्य समाज में शिक्षा, व्यापार, विवेक भी है, तो फिर क्यों पिछड़े। क्यों व्यापारी अपने का असुरक्षित महसूस करता है।

समाज सेवी विनोद बाफना ने कहा कि आज परिस्थितियां ही ऐसी बन गई है कि इस तरह के सराहनीय आयोजन होने चाहिए। ताकि हम अपनी बात को सभी के बीच में साझा किया जा सके।

मनोज सेठिया ने कहा कि आज सबसे अहम मुद्दा है व्यापारियों की सुरक्षा। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। समाज सेवी केबी गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज सक्षम होने के बाद भी राजनीति सरीखे क्षेत्र में आगे नहीं। यही वजह है कि अपनी बात पूरजोर ढंग से नहीं रख पा रहे हैं।

विजय बाफना ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी को शुभकानाएं दी। उन्होंने कहा कि यह महासम्मेलन सभी के सहयोग से ही संभव हो पाया है। अनाज व्यवसायी पुखराज चोपड़ा ने भी इस संस्थान को निरंतर गतिमान रखने का आहान किया।

भाजपा महामंत्री मोहन सुराना ने जोर देकर कहा कि आज वक्त आ गया है कि वैश्य समाज के लोगों को राजनीति में पूरा तव्वजों मिले। इसके लिए यह सबसे ज्यादा जरूरी है कि हमें एकजुटता दिखानी होगी। कहते है कि संगठन में ही शक्ति है, तो संगठन अपनी शक्ति दिखाएगा, तभी तो राजनैतिक दल भी अपनी बात पूरी तरह से सुनेगा। हमें गंभीरता से लेगा। आने वाले दिनों में प्रदेश में विधानसभा चुनाव है, ऐसे में व्यापारियों की आवाज इतनी बुलंद होनी चाहिए कि राजनीतिक पार्टियां उस पर विचार करें। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में ही नहीं बल्कि देशभर में वैश्य समाज वर्षो से ही व्यापार जगत से जुड़ा, तो उनसे कितने अन्य लोग भी जुड़े है। इसके बावजूद आज जगह-जगह पर व्यापारियों के साथ घटनाएं होती है। व्यापरियों को पूरी सुरक्षा मिलनी चाहिए।

महासम्मेलन में मोतीलाल सेठिया, किशन लोहिया, सीए सोहन लाल जी बेद,भतमाल पेडिवाल, बीजेपी आईटी सेल की शिखा जैन, सुशील कुमार बैद, महामंत्री सुशील बैद, अनिल कुमार सोनी, मोहन लाल दुग्गड, ,कौशल दुग्गड़, माणक अग्रवाल, किशन जी बजाज, सुमन छाजेड़, सरिता नाहटा, विनोद गोयल, जय किशन अग्रवाल, कमल बोथरा आदि ने भी अपने विचार रखे।