सुरों के सरताज मोहम्मद रफी साहब की 44 वीं पुण्यतिथि पर संज्ञीत प्रेमियों द्वारा पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन
बीकानेर। श्री विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान, बीकानेर द्वारा बुधवार की सुबह महात्मा गांधी पार्क प्रतिमा के आगे सुरों के सरताज दिवंगत मोहम्मद रफी साहब की 44 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों व संगीत प्रेमियों के द्वारा उनके तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके गाये देशभक्ति, धार्मिक, कव्वाली , सूफियान व सदाबहार गीतों को याद किया। कार्यक्रम आयोजक व संस्था अध्यक्ष मेघराज नागल ने बताया कि इस अवसर पर सुनील दत्त नागल, नारायण बिहाणी, रवि भल्ला, सैय्यद अख्तर, रामकिशोर यादव,प्रेम स्वामी, नंदकिशोर मूंड,अयोध्या प्रसाद शर्मा, कमलकांत सोनी, पवन चड्ढा ,सुशील यादव, के. कुमार आहूजा, देवेश भाटी, महेंद्र सिंह, शाहिद सहित अनेक संगीत प्रेमी मौजूद थे। इस अवसर पर नारायण बिहाणी ने अपने संबोधन कहा कि मोहम्मद रफी साहब एक महान प्लेबैक सिंगर थे, उन्होंने न जाने कितने ही ब्लॉकबस्टर गाने गाये, जिसे दर्शक आज भी सुनना पसंद करते हैं। रवि भल्ला ने कहा कि मोहम्मद रफी बॉलीवुड के उन नामों में से एक हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता, उन्होंने इंडस्ट्री को कुछ बेहतरीन गाने दिए हैं, जिन्हें निश्चित रूप से ‘सदाबहार’ का टैग दिया जा सकता है। सुनील दत्त नागल ने बताया कि उनके गीतों में रोमांटिक गानों से लेकर देशभक्ति के गाने, कव्वाली से लेकर गजल और भजन से लेकर शास्त्रीय गाने शामिल हैं, आज हम उनकी पुण्यतिथि पर संगीत शोकिन के नाते सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
कार्यक्रम का संचालन रवि भल्ला ने किया।