

मौसम विभाग का अलर्ट, राजस्थान में जुलाई के यह तीन दिन रहेंगे भारी
जयपुर। राजस्थान में मानसून की सक्रियता बढ़ती जा रही है, जो जुलाई के अंत तक जारी रहेगी। इसी बीच मौसम विभाग ने खुलासा किया है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है और आने वाले 48 घंटों के दौरान मानसून की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। ऐसे में माना जा सकता है कि राजस्थान के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है और कुछेक जगह बाढ़ के हालात भी बन सकते हैं। उससे पहले चक्रवाती परिसंचरण तंत्र के प्रभाव से अच्छी बारिश दर्ज होगी।
सप्ताहभर भारी बारिश का दौर
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा की माने तो राजस्थान में बन रहे सारे सिस्टम सक्रिय मानसून के लिए फेबरेवल हैं और आगामी दिनों में बारिश में बढ़ोतरी दर्ज होगी। अगले 48 घंटों के भीतर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा, जिसके चलते 21, 22 और 23 जुलाई को राजस्थानभर में भारी से अति भारी बारिश दर्ज होगी। कहा जा सकता है कि जुलाई के अंतिम 10 दिनों में भी बारिश का आंकड़ा बेहतर रहेगा। उधर, कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद राजस्थान में सप्ताहभर तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
इन जिलों में किसी भी समय बारिश
राजस्थान में सक्रिय मानसून के चलते मंगलवार शाम किसी भी समय चूरू, अजमेर, जोधपुर, नागौर और बीकानेर में भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग की माने तो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। जबकि बांसवाड़ा, डूंगरपुुर, प्रतापगढ़, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, पाली, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, बारां, कोटा, बूंदी, टोंक, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, दौसा, जयपुर, भरतपुर, अलवर, सीकर, झुंझुनूं, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
24 घंटे में 17 जिलों में भारी बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो आगामी 24 घंटों के भीतर 17 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। बड़ी बात यह है कि पाली और सिरोही कई दिनों से मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं और बुधवार को यह जिले भी तरबतर हो सकते हैं। जबकि अजमेर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।