








पर्यावरण संरक्षण के रूप में मनाई स्व. गंगाराम मेघवाल की जयंती
बीकानेर। स्व. गंगाराम मेघवाल की 82वी जयंती शनिवार को पर्यावरण सरंक्षण दिवस के रूप में मनाई गई। श्री गंगाराम मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट के द्वारा करणी नगर बी ब्लॉक स्थित मेघवाल समाज संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में ट्रस्ट अध्यक्ष सुखी देवी ने कार्यक्रम में आए हुए सभी आगंतुकों का स्वागत करने के लिए लिखित संदेश भिजवाया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ रामलाल परिहार के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में आए हुए सभी गणमान्यजनों को ट्रस्ट की और से पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक-एक पौधा भेंट किया गया। कार्यक्रम में पूर्व आईपीएस मदन गोपाल मेघवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि गंगाराम वंचित शोषित और पीडि़त समाज के मसीहा थे। उन्होंने अपने जीवन में सभी वर्गों को साथ लेकर उनके उत्थान का प्रयास किया और खादी जगत में एक महत्वपूर्ण पद सोपान प्राप्त किया। उनके प्रयासों से कोलासर और उसके आसपास के गांव में विकट परिस्थितियों में रोजगार के संसाधन बने। शिक्षा का प्रसार हुआ और लोगों में जागरूकता तथा सामाजिक सुधार के लिए प्रेरणा मिली इसलिए गंगाराम के आदर्श आज भी प्रासंगिक है और हम उनके दिखाए हुए रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। इस अवसर पर राज्य कर विभाग के रिटायर्ड जॉइंट कमिश्नर पन्नालाल मेघवाल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि गंगाराम अपने समय के चिर परिचित व्यक्तित्व के धनी थे और अपनी बात को बड़ी स्पष्ट और प्रभावशाली ढंग से रखते थे। समाज के अंदर उनका अपना एक वजूद था और उनके द्वारा दिए गए सिद्धांतों पर आज भी हम चलकर आगे बढ़ सकते हैं। इसी क्रम में वरिष्ठ शिक्षक व राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर के सभाध्यक्ष मोडाराम कड़ेला ने अपने विचार रखते हुए कहा कि गंगाराम मेघवाल ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। कोलासर और उसके आस-पास के सभी गांव में उनके द्वारा शिक्षा की जो अलग जगह गई उसी का परिणाम है कि आज इस क्षेत्र में बहुत सारे लोग सरकारी सर्विस में है और साथ में शिक्षा का अच्छा प्रचार-प्रसार है। इसी क्रम में एग्रीकल्चर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर रामकिशोर मेहरा ने कहा कि ट्रस्ट के द्वारा जो समय-समय पर जनहित में कार्य किए जाते हैं वह प्रशंसनीय है और विशेष कर उन्होंने कोरोनाकाल में ट्रस्ट के द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि ट्रस्ट सर्वजन हिताय के उद्देश्य से काम करता है और निश्चित रूप से गंगाराम के दिखाए हुए रास्ते पर आगे चलकर उनके मिशन को पूरा करने की और अग्रसर है।
इस अवसर पर हजारी देवड़ा ने बताया कि गंगाराम मेघवाल ने किस प्रकार मेघवाल समाज सेवा संस्थान का गठन करके करणी नगर में मेघवाल समाज के लिए भूमि आवंटित करवाकर जो इतना बड़ा योगदान दिया है वह काबिले तारीफ है। इस अवसर कोलासर ग्राम पंचायत के सरपंच राधेश्याम ने स्वर्गीय गंगाराम के साथ और उनके नेतृत्व में जो कार्य किया और उनके द्वारा शिक्षा जगत में विशेष कर किए गए कार्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कोलासर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय निर्माण में गंगाराम के प्रयासों से ही परिपूर्ण हुआ था।
इसी क्रम में रिटायर्ड तहसीलदार कोलासर भंवरलाल ने स्वर्गीय गंगाराम के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया की गंगाराम ने हमेशा वंचित और कमजोर व्यक्ति को मजबूत करने का काम किया और हमेशा से ही वह सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ते हुए बहुमुखी व्यक्तित्व के माध्यम से उन्होंने सामाजिक सरोकार के हर क्षेत्र में कार्य किया और उनके द्वारा दिखाया गया रास्ता आज भी उतना ही प्रासंगिक है।
इसी क्रम में राजस्थान मेघवाल समाज परिषद अध्यक्ष संगीलाल परिहार ने स्वर्गीय गंगाराम के साथ किए गए सामाजिक और राजनीतिक कार्यों का उल्लेख करते हुए उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और बताया कि स्वर्ग की गंगाराम नेक दिल इंसान थे और उन्होंने अपने जीवन में हमेशा ही कमजोर व्यक्ति की सहायता की।
राजेंद्र सुथार ने बताया की गंगाराम का व्यक्तित्व वास्तव में ही प्रभावित करने वाला व्यक्तित्व था और उन्होंने अपने समाज परिवार और वर्ग के लिए जो कार्य किया वह काबिले तारीफ है।
अंबाराम इनखिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया की 70 के दशक में उन विकट परिस्थितियों में गंगाराम ने रोजगार सृजन का जो काम किया वह एक समाज के लिए बहुत बड़ी मिसाल है और उसी का परिणाम है कि आज खादी जगत के माध्यम से कोलायत और उसके आसपास के क्षेत्र में लोगों में जो शिक्षा का प्रचार-प्रसार हुआ है निश्चित रूप से जागृति का काम किया है।
इसी क्रम में एलआईसी डीओ एलआर बिबान ने बताया कि गंगाराम एक मिलनसार व्यक्तित्व की धनी थे और वे अपनी बात स्पष्टता से रखने के पक्षधर थे साथ ही बहुत प्रभावी ढंग से अपनी बात रखने में वह सक्षम भी थे उचित प्लेटफार्म पर उन्होंने हमेशा वंचित शोषित और पीडि़त समाज के लिए प्रभावी ढंग से उनका पक्ष रखने का काम किया जिसके लिए वह हमेशा याद रखे जाएंगे। इस अवसर पर अनेक गणमान्यजनों ने स्व. गंगाराम मेघवाल के जीवन संघर्षाे पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कार्यक्रम में खादी समिति मंत्री झंवरलाल पन्नू, सोहनलाल कड़ेला, चतुरराम बारूपाल, सेवाराम परिहार, हरूराम परिहार, छगनलाल परिहार, मूलचंद परिहार, नथमल परिहार, पूनमचंद परिहार, श्याम परिहार, रामदेव परिहार, मांगीलाल परिहार, पूनम चंद परिहार, धर्मेंद्र श्रीमाली, राजपाल अहलावत, सुरजाराम कड़ेला, पूनमचंद गोयल, एडवोकेट जोगेंद्र, एडवोकेट मनोज कुमार, डॉ. प्रेमरतन हटीला, मदनलाल परिहार, भारत रत्न डॉ. बीआर अंबेडकर सर्किल संरक्षण समिति के राजकुमार हटीला, नत्थूराम पन्नू, अशोक प्रेमी, मोहनलाल कड़ेला, रतनलाल लील, भुनेश्वर शौर्य, हरिभाई मेघवंशी, धनराज, मंगतूराम मेघवाल, रेखलाल पंवार, जगदीश कुमार तिवारी, परमेश्वर लाल मेघवाल, नथमल परिहार, दीनदयाल जनागल, रोहिताश कांटिया, लालचंद गीगासर, रामेश्वरलाल रिडमलसर, दीपक प्रकाश परिहार, भवानी शंकर गंढ़ेर, मोहित परिहार, करण देव, हरीश, मघाराम कड़ेला, लक्ष्मण, महेंद्र दवां, मूलाराम, गोविंदराम मेघवाल, राजू परिहार, श्रवण चौधरी आदि ने स्व. गंगाराम मेघवाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनका श्रद्धामयी स्मरण किया।
अंत में कार्यक्रम संयोजक ने डॉ रामलाल परिहार ने गंगाराम मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट और पूरे परिवार की ओर से सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और ट्रस्ट के द्वारा समय-समय पर किए जाने वाले कार्यों का उल्लेख करते हुए आगामी समय में भी ट्रस्ट के द्वारा किए जाने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला और बताया कि शिक्षा, सामाजिक सुधार, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण में गंगाराम मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट के द्वारा सदैव ऐसे ही प्रयास किए जाते रहेंगे। डॉ परिहार ने बताया कि ट्रस्ट का उद्देश्य जनहित कार्य करना है और उसका व्यापक दायरा है सामाजिक चेतना के साथ-साथ व्यक्तित्व के निर्माण और रोजगार के सर्जन तथा कैरियर काउंसलिंग और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर भी काम किया जाता रहा है। डॉ. परिहार ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान सभी आगंतुकों को एक-एक पौधा भेंट किया गया और सभी से आग्रह किया गया कि वह उसको एक वृक्ष के रूप में स्थापित करें तथा पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देकर स्वर्गीय गंगाराम को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें। कार्यक्रम का संचालन बृजेश पंवार के द्वारा किया गया।